Tuesday 17 April 2012

लंगट बाबु के 100 वी पुण्यतिथि


प्रभात खबर 

बाबू लंगट सिंह की पुण्यतिथि पर जुटेंगे वर्तमान व पुराने छात्र

मुजफ्फरपुर। १५ अप्रैल, २०१२। बाबू लंगट सिंह की 100 वीं  पुण्यतिथि पर परिवर्तन-2020 मंच की ओर से रविवार को एलएस कॉलेज में एक भव्य समारोह का आयोजन किया जायेगा. इसमें कॉलेज के वर्तमान व पुराने छात्र शिरकत करेंगे. यह जानकारी संस्था के संयोजक अभिषेक रंजन ने शनिवार को दी. उन्होंने बताया कि समारोह में एलएस कॉलेज को राष्ट्रीय धरोहर बनाने के लिए पहल की योजना बनायी जायेगी. समारोह में मंच के सक्रिय सदस्य जेएनयू के संदीप कुमार सिंह, बीएचयू के पार्थसारथी व हामिद, एलएस कॉलेज के केशरीनंदन शर्मा सहित अन्य सदस्य हिस्सा लेंगे. 


शिक्षा के अग्रदूत थे लंगट बाबू
संवाददाता । १६ अप्रैल, 2012 
लंगट सिंह कॉलेज के संस्थापक व शिक्षा प्रेमी बाबू लंगट सिंह की सौंवी पुण्यतिथि  कॉलेज परिसर में धूमधाम के साथ मनायी गयी. इस दौरान कॉलेज की प्राचार्या डॉ सुनीति पांडेय के नेतृत्व में शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के अलावे कॉलेज के वर्तमान व पूर्व छात्रों ने परिसर में निर्मित लंगट सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. सभा की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्या डॉ पांडेय ने छात्रों से लंगट बाबू के विचारों को अपने जीवन में उतारने की बात कही. मौके पर उन्होंने लंगट बाबू की 100 वीं  पुण्यतिथि  को संकल्प दिवस बताते हुए सालों भर विभित्र कार्यक्रमों के आयोजन की घोषणा की. इतिहास विभाग के प्राध्यापक डॉ गजेंद्र कुमार ने बाबू लंगट सिंह के जीवन वृत सुनाते हुए उन्हें शिक्षा प्रेमी व जिले में नवजागरण काल में शिक्षा का अग्रदूत बताया. सभा को वनस्पति विभाग के अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार, अर्थशास्त्र विभाग के प्राध्यापक डॉ नवल किशोर प्रसाद सिंह, डॉ विनोद शंकर झा, डॉ विजय कुमार, डॉ जयकांत सिंह, डॉ नित्यानंद शर्मा, डॉ शशि कुमारी, डॉ अनिल कुमार, डॉ रणधीर कुमार सिन्हा, विजय कुमार, डॉ कौशल किशोर चौधरी, आनंद कुमार सिंह सहित अन्य गण्यमान्य लोगों ने भी संबोधित किया.

एलएस कॉलेज के पूर्व व वर्तमान छात्रों ने परिवर्तन-2020 के बैनर तले लंगट सिंह की  पुण्यतिथि मनायी. मौके पर छात्रों ने कॉलेज को राष्ट्रीय धरोहर बनाने व उसकी पुरानी गरिमा लौटाने का संकल्प लिया. छात्रों ने आगामी संकल्प दिवस के अवसर पर कॉलेज में पढकर आज देश भर में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले सांस्कृतिक, राजनीतिक, सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी बुलाने का निर्णय लिया गया. समारोह में परिवर्तन-2020 के संयोजक अभिषेक रंजन के अलावे राजन, आकर्ष, बालेंद्र, रवि, कुणाल, असित, रणवीर, स्नेहम सहित अन्य सदस्यों ने भाग लिया.

दैनिक जागरण 

एलएस कॉलेज का होगा उद्धार 
मुजफ्फरपुर। १५ अप्रैल, 2012: अपने गौरवशाली अतीत को समेटे एलएस कॉलेज आज चुनौतियों से जूझ रहा है। इसे वही गौरव दिलाने के लिए कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्रों ने बीड़ा उठाया है। इसके लिए सोशल नेटवर्किंग का भी सहारा लिया जा रहा है। परिवर्तन 2020, पूर्व छात्र नामक क्लब बनाकर कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्रों को इस मुहिम से जोड़ा जा रहा है। क्लब के संयोजक अभिषेक रंजन ने बताया कि अब तक करीब 150 पूर्व छात्र इससे जुड़ चुके हैं। कॉलेज में स्वस्थ वातावरण बनाने के लिए क्या किया जा सकता है, इसके लिए नए विचारों, सोच और चर्चा सोशल नेटवर्किंग के माध्यम से किया जा रहा है। 

संकल्प दिवस के रूप में मनेगी सौवीं पुण्यतिथि
मुजफ्फरपुर। 15 अप्रैल, 2012: बाबू लंगट सिंह की सौवीं पुण्यतिथि को संकल्प दिवस के रूप में मनाया जाएगा। रविवार को एलएस कॉलेज के वर्तमान और पूर्व छात्र-छात्राएं इस आयोजन में शामिल होंगे। वहीं प्राचार्या डॉ. सुनीति पांडेय समेत कॉलेज परिवार की ओर से लंगट सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया जाएगा।

दूरद्रष्टा थे लंगट बाबू : डॉ. पांडेय

Updated on: Mon, 16 Apr 2012 01:08 AM (IST)




 Share: 

दूरद्रष्टा थे लंगट बाबू : डॉ. पांडेय
मुजफ्फरपुर, कासं : शिक्षित समाज से न केवल वर्तमान बल्कि भविष्य भी सुरक्षित रहता है। इस मूल वाक्य को समझते हुए ही बाबू लंगट सिंह ने एलएस कॉलेज का निर्माण किया था।
ये बातें एलएस कॉलेज की प्राचार्या डॉ. सुनीति पांडेय ने बाबू लंगट सिंह की सौवीं पुण्यतिथि पर कही। कॉलेज के भौतिकी विभाग में उनकी स्मृति में रविवार को विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। अध्यक्षता करते हुए डॉ. पांडेय ने कहा कि यह कॉलेज विद्या और क्रांति की हृदयस्थली है। उन्होंने कहा कि लंगट बाबू की सौवीं पुण्यतिथि को संकल्प दिवस के रूप में मनाते हुए पूरे वर्ष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
इतिहास के विभागाध्यक्ष डॉ. भोज नंदन प्रसाद सिंह ने मन, वचन और कर्म से एक होकर एलएस कॉलेज को राष्ट्रीय पटल पर लाने की बात कही। इतिहास के ही प्राध्यापक डॉ. गजेंद्र ने कहा कि कॉलेज में फिर से शैक्षणिक वातावरण तैयार करना ही लंगट सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। डॉ. नवल किशोर ने सबों को बाबू लंगट सिंह के मार्ग पर चलने को कहा। डॉ. शशि कुमारी सिंह ने कहा कि गौरवशाली अतीत पर अपनी पीठ थपथपाना ठीक है। मगर, वर्तमान की भी समीक्षा होनी चाहिए। डॉ. नित्यानंद शर्मा ने कहा कि लंगट बाबू ने जीवन की तीनों गति दान, भोग और नाश का उपयोग किया और इसलिए वे अमर हो गए। व्याख्यानमाला को डॉ. विजय कुमार, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. जयकांत सिंह जय, डॉ. कौशल किशोर चौधरी, वाल्मीकि शर्मा आदि ने भी संबोधित किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन भौतिकी विभागाध्यक्ष डॉ. रणधीर ने की।
इससे पहले कॉलेज परिवार की ओर से बाबू लंगट सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इसमें कॉलेज के कई पूर्ववर्ती छात्र भी मौजूद थे, देश के विभिन्न विवि में पढ़ रहे हैं और कई विभिन्न जगहों पर कार्यरत हैं। परिवर्तन-2020 मंच के बैनर तले पूर्ववर्ती छात्रों ने एलएस कॉलेज को राष्ट्रीय धरोहर बनाने व पुरानी गरिमा वापस दिलाने का संकल्प लिया। लंगट बाबू की सौवीं पुण्यतिथि को संकल्प दिवस के रूप में मनाते हुए कॉलेज के सभी पूर्ववर्ती छात्रों को बैनर से जोड़ने की योजना बनाई गई। मंच के संयोजक अभिषेक रंजन, राजन, आकर्ष, बालेंद्र, रवि, कुणाल, आसित, रणवीर, स्नेहम आदि माल्यार्पण करने वालों में शामिल थे।



No comments:

Post a Comment